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    सनातन धर्म विश्व हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार दीपावली का इस बार अदभुत संयोग/शुभ मुहूर्त 6 जकर 59 मिनट से 8 बजकर 56 मिनट के माध्य प्राप्त/आचार्य शिव मोहन जी महराज-सआदतगंज बाराबंकी

    निष्पक्ष पत्रकार समाचार/मोहम्मद फैसल सिद्दीकी/सआदतगंज बाराबंकी।सनातन धर्म विश्व हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार दीपावली का इस बार अदभुत संयोग/आचार्य शिव मोहन जी महराज ग्राम सआदतगंज बाराबंकी सोमवार को पौराणिक कथाओं के अनुसारध नतेरस का महत्व एवं स्वास्थ धन समृद्धि का विशेष पर्व दिनांक 18 अक्टूबर दिन शनिवार को होगा कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। ये दिन स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इस दिन घरों में सोना चांदी धातु के पात्र वर्तन खरीदना एवं भगवान गणेश माता लक्ष्मी कुबेर भगवान की पूजा की जाती है। मुहूर्त शुभ समय 6 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर 8 बजकर 56 मिनट के माध्य प्राप्त होगी भगवान धनवंतरी चिकित्सा के देवता माने जाते है। अच्छे स्वस्थ की कामना करनी चाहिए यम दीप दान करने से दुर्घटना एवं बीमारी से बचाव होता है। शास्त्रोक्तानुसार विश्व हिंदू पावन पर्व दीपावली का इस बार अदभुत संयोग मिल रहा है। कार्तिक मास की अमावस्या तिथि में किया जाता है। इस बार कार्तिक अमावस्या साथ शुभ दिन सोमवार शुभ योग से अच्छा संयोग मिल रहा है। रात्रि व्यापिनी अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर सोमवार को मनाया जायेगा सनातन पर्व का विश्व प्रसिद्ध पर्व दीपावली हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा दीपावली पूजन के लिए शुभ तीन मुहूर्त निर्धारित किये जा रहे है दिन में व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए स्थिर कुंभ लग्न में 2 बजकर 13 मिनट से 3 बजकर 44 मिनट तक सर्वोतम प्रदोष काल में स्थिर वृष लग्न 6 बजकर 51 मिनट से 8 बजकर 48 मिनट तक रहेगा तृतीय मुहूर्त महानिशा में तांत्रिक पूजा मंत्र सिद्धि के लिए स्थिर लग्न सिंह लग्न 1 बजकर 19 मिनट से रात्रि 3 बजकर 33 मिनट तक चलेगा भोर पहर में दरिद्र का निस्सरण एवं लक्ष्मी का पदार्पण कराया जाएगा दीपावली ऐसा पर्व है जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर लाता है। घर में रंगोली सजाकर बंधन वार सजाए पूजन कर अपने परिवार की सुख संवृद्धि की कामना करे धूप दीप नैवेद्य का भोग स्वच्छ घर में बनी मिठाई का भोग लगाए फल फूल चढ़ाए दीप जलाकर दीप का मंत्र पढ़ते हुवे दीप ज्योति परब्रह्म दीपो ज्योति जनार्दन:दीपो हरतु में पापम दीप ज्योति नमोस्तुते इस दिन भगवान राम के अयोध्या वापस आने से विजय का प्रतीक मनाया जाता है। प्रदोष काल की पूजा सर्वोत्तम मानी गई है माता लक्ष्मी धन की देवी इस लिए इनकी पूजा की जाती है साथ में कुबेर की पूजा इस लिए होती है ये धन के कोषाध्यक्ष बनाए गए धन मिलने से किसी की बुद्धि खराब न हो इस लिए बुद्धि के देवता गणेश जी के पूजा की जाती है स्नान दान एवं श्राद्ध के लिए अमावस्या 21 अक्टूबर मंगलवार को भौमवती अमावस्या के पवित्रसंयोग के साथ मनाई जायेगी सोमवार की दीपावली शुभफलकारक एवं धन ऐश्वर्य में वृद्धि कारक है।

    रिपोटर मोहम्मद फैसल सिद्दीकी बाराबंकी

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