
निष्पक्ष पत्रकार समाचार/मोहम्मद फैसल सिद्दीकी/मसौली बाराबंकी। ग्राम पंचायत किन्हौली गाँव मे नवनिर्मित शिवमंदिर व राम जानकी मंदिर मे विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आयोजन किया गया तथा आज से शुरु हो रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन से पूर्व गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकली गई। प्राण प्रतिष्ठा से पहले दर्जनों महिलाओं ने पीले वस्त्र पहनकर कलश यात्रा निकाली भक्तगण हरिनाम संकीर्तन करते हुए बाद यंत्रों और बंद बाजू की धुन पर नृत्य करते हुए भक्ति के भाव में चल रहे थे। कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत भी किया गया कलश यात्रा शिव जी के मंदिर से प्रारंभ होकर बिंदौरा चौराहा भुलभुलैया बिरौली चौराहा होते हुए कल्याणी नदी तक पहुंची जहां भोग के साथ विद विधान से पूजा अर्चना कर श्रीमद भागवत का ग्रंथ स्वरूप विराजमान किया गया। कथावाचक आचार्य संजय शास्त्री ने कलश यात्रा का महत्व बताते हुए कहा कि कलश हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। श्रीमद्भागवत कथा का आरंभ करने से पहले कलश यात्रा निकाली जाती है। कलश में सारे देवता विराजमान होते हैं। और कलश को महिलाओं के सिर पर रखकर ब्रामण करने से धारा सिद्ध होती है। जो कलश धारण करता है। उसकी आत्मा भी पवित्र हो जाती है। इसीलिए कलश यात्रा निकाली जाती इस दौरान सभी ग्राम वासियोंओ व आयोजको में देवी मिश्रा,उदल मिश्रा, कुलदीप मिश्रा,शेष मिश्रा,सोनू शुक्ला,बबलू तिवारी,छोटू मिश्रा एडवोकेट,शिवमोहन मिश्रा, कल्लन तिवारी,पिंकू सिंह,बी के जायसवाल व दर्जनों महिलाएं उपस्थित रही।