श्मशान घाट पर जब मुर्दो से वसूली बनने लगा जन आंदोलन

श्मशान घाट पर जब मुर्दो से वसूली बनने लगा जन आंदोलन —
तब जिला पंचायत विभाग ने ठेका किया निरस्त

जिला पंचायत अध्यक्ष और जिला प्रशासन का
– आभार –
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मीरजापुर ,
कोन विकास खण्ड का भोगांव श्मशान घाट पर ठेके के विरोध में चल रहा भूख हड़ताल किरकिरी के बाद निरस्त किया गया। डोम धईकार समाज का आंदोलन समय के साथ जन आंदोलन बनता जा रहा था। विभिन्न संगठनों के भी समर्थन देने के साथ ही आंदोलन को तेज करने की चेतावनी देने बाद जिला प्रशासन की पहल पर श्मशान घाट का ठेका निरस्त किया गया।
इसके लिए अध्यक्ष जिला पंचायत एवं जिला प्रशासन का आभार ।
राष्ट्रवादी मंच के स्थापना दिवस पर मंच से कहा था कि यह आंदोलन केवल डोम धईकार समाज का नहीं, प्रबुद्ध वर्ग का भी आंदोलन है। ठेके के खिलाफ वृहद रण का ऐलान भी किया था। कहा था कि प्राचीन काल से डोम धईकार समाज अंतिम संस्कार को घाट पर पहुंचे शव को अग्नि देता आया है । अब श्मशान घाट का ठेका नगर के एक बड़े आदमी को दे दिया गया है।
इसे परंपराओं पर कुठाराघात और पुश्तैनी काम से जुड़े समाज के रोजी-रोटी पर संकट बताया था। कहा था कि यह केवल एक समाज का नहीं बल्कि सर्व समाज का ताना-बाना बिगाड़ने के प्रयास के कारण सर्व समाज का आंदोलन है । प्रबुद्ध वर्ग को आगे आकर इसे लड़ना होगा । प्रदर्शन स्थल पर मुलाकात के दौरान उनकी व्यथा को भी व्यक्त किया था । कहा था कि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा ।
आंदोलन का बढ़ता आकार देख जिला पंचायत विभाग को बैक फुट पर आना पड़ा । जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लिया । उनके आदेश पर ठेका निरस्त होने के साथ ही आंदोलन स्थगित कर दिया गया।