ब्यूरो चीफ श्याम जी गुप्ता
मड़िहान संतनगर थाना क्षेत्र में अवैध टैम्पो,जीप,पिकप स्टैंड धड़ल्ले से चल रहे हैं।अफसरों ने अवैध वाहन स्टैंड सिर्फ कागजो पर हटाए हैं,हकीकत में ये स्टैंड अधिकतर स्थान पर सड़कों पर ही चल रहे हैं।अवैध स्टैंड के कारण रोजाना जाम लगता हैं।इसमें फंसकर आम और खास लोग परेशान हो रहे हैं।ये हालत तो तब हैं,जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आफिशीयल अकाउंट से 24 दिसंबर को अवैध टेम्पो,टेक्सी,ई रिक्शा और बस स्टैंड हटाने के लिए पोस्ट शेयर की गई थी।मुख्यमंत्री पहले भी कई बार अफसरों को निर्देशित कर चुके हैं बावजूद संतनगर थाना क्षेत्र के दीपनगर बाजार में बकायदा स्टैंड लगता हैं,स्टैंड संचालक द्वारा लिस्ट जारी किया गया हैं।लिस्ट में जिन वाहनों का इंट्री होगा वही वाहन रोड पर चल सकते हैं,वगैर लिस्ट में अपने वाहनों का इंट्री कराये वगैर कोई वाहन रोड पर सवारी लेकर गई तो संचालक के गुर्गे रास्ते में रोककर विवाद कर लेते हैं,ऐसे में पीड़ित शिकायत लेकर थाने पहुँचता हैं तो स्थानीय पुलिस भी स्टैंड संचालक के कहने पर पीड़ित को थाने के हवालात में बैठाकर प्रताड़ना देते हैं।जोखिम वाली बात यह हैं कि इनमें से अधिकतर वाहन अनफिट और जर्जर हैं।कुछ ऐसे वाहन हैं जिनके चेचीस नंबर,इंजन नंबर व प्लेट नंबर अलग – अलग मिलेंगे।पश्चिम बंगाल,बिहार,झारखण्ड से आई वाहनों का इंजन नंबर,चेचीस नंबर ही बदल गया हैं।इन वाहनों में सवारियों को ठूंस – ठूंसकर तो बैठाते ही हैं,साथ ही इंजन की बाडी बढ़वाकर व बाहरी हिस्सों में लगे एंगल आदि पर खड़ा कर तेजी के साथ फर्राटा भरते हैं।इसके चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं।सवारियों को जानमाल का नुकसान होता है।इसके बाद भी जिम्मेदार अफसर इस ओर से बेपरवाह हैं।
*हजारों की होती है वसूली*
अवैध स्टैंड से रोजाना हजारों रूपये की वसूली होती है।वसूली अवैध स्टैंड के संचालक के गुर्गे करते हैं।वाहनों के चक्कर के हिसाब से वसूली की जाती है।बड़े वाहन छोटे वाहन सभी का अलग – अलग रेट निर्धारित हैं।लोगों का आरोप हैं कि इसमें से पुलिस को भी हिस्सा पहुंचते हैं।