संकठा घाट पर दस दिनो से पानी के लिए तरस रहे लोग-नगरपालिका की लापरवाही से लोगो में आक्रोश-नगरपालिका व्यवस्था की खुली पोल

ब्यूरो चीफ श्याम जी गुप्ता

नगर के संकठा घाट की गली में पिछले दस दिनों से पानी नहीं आ रहा है ! भ्रष्ट नगर पालिका के भ्रष्ट अधिकारियों के चलते संकठा घाट के लोग पानी के संकट से जूझ रहे हैं! गली में लगा ट्यूबवेल दस दिनो में भी ठीक नहीं हो पाया तीज का पर्व महिलाओं को बिना पानी के बिताना पड़ा ये कोई नई बात नहीं महीने में दो बार हो चुका है! लापरवाह नगर पालिका के अधिकारियों को कोई चिंता नहीं!बताते चले कि पानी की समस्या के लिए नगर पालिका अध्यक्ष जी से भी मोहल्लें के लोगो ने पानी की समस्या से अवगत कराया और लोगो ने ये भी बताया कि संकठाघाट में पानी की समस्या कई वर्सो से है ! त्रिमोहानी चौराहे से संकठा घाट के लिए जो पैइप आया है ,वो बरसो पुराना है और कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो चूका है ! त्रिमोहानी चौराहे से जो पानी पैइप में आता है, वो बह जाता है लोगो को नहीं मिलता सं घाट में लगा ट्यूबवेल आए दिन खराब रहता है!पानी का पैप क्षितिग्रस्त होने की वजह से गली की सड़क भी बैठ गई है !नगर पालिका अध्यक्ष ने समस्या सुनाने के बाद जलकल अधिकारी को पानी की समस्या को ठीक करने के लिए कहा! नगर पालिका अध्यक्ष जी ने लोगो को पानी की समस्या जल्दी ही ठीक हो जाने का आश्वासन दिया, पर अभी तक कुछ भी नहीं हुआ! नगरपालिका के अधिकारी मौके पर आये और हाजरी लगाकर चलते बने!आज सोमवार को अधिकारी को आये सात दिन हो गया पर अभी तक सब जस का तस!लापरवाह नगर पालिका अधिकारियों को समझ नहीं आ रहा कि बिना पानी के जिंदगी कैसे चलेगी!इनके घर का पानी एक हफ्ते के लिए बंद करवा देना चाहिए ताकि इनको भी समझ आए ! बेचारे संकठा घाट के लोग कैसे जीवन जी रहे इनकी चिंता ना नगरपालिका को है ना किसी को ! बेचारे संकठा घाट के लोगो का न नगर पालिका अध्यक्ष, न सभासद कोई भी सुनने वाला नहीं! सभी की वजह से संकठा घाट के लोग बदतर जिंदगी जीने को मजबूर हैं!शासन प्रशासन के सारे दावे फेल होते दिख रहे हैं!एक तरफ़ सरकार पानी के लिए योजनाये चला रही है !दूसरे तरफ लापरवाह अधिकारियो की वजह से सरकार का नाम ख़राब होता है !लोगों ने जिला अधिकारी से पानी की समस्या के निराकरण के लिये समाचार के माध्यम से गुहार लगाई है कि पानी की समस्या जल्दी से जल्दी ठीक हो और नगर पालिका के लापरवाह अधिकारियों पर उचित कार्यवाही हो!